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Bihar Board Class 10th Exam 2024 | बिहार बोर्ड क्लास 10वीं के परीक्षा 2024 में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न

  2 MARKS  


  लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Question)  


QN. 1. पोषण क्या है ? इसके विभिन्न चरण कौन-कौन से है ?

उत्तर- पोषण एक जटिल प्रक्रम है जिसके अंतर्गत कोई जीवधारी भोजन ग्रहण करता है, जिसके द्वारा शरीर-रचना, टूट-फुट की मरम्मत एवं अन्य सभी जैविक क्रियाओं का संचालन एवं नियमन होता है |

इसके विभिन्न चरण निम्नलिखित है-

(i) अंतर्ग्रहण 

(ii) पाचन 

(iii) अवशोषण 

(iv) स्वांगीकरण 

(v) बहिष्करण 

QN. 2. स्वपोषण की आवश्यक शर्ते अथवा परिस्थितियाँ क्या है ? इसके उपोत्पाद क्या है ?

उत्तर- स्वपोषण के लिए निम्न शर्ते को पूरा करना आवश्यक है-

(a) पर्णहरित या क्लोरोफिल की उपस्थिति 

(b) कार्बन डाईआक्साइड (CO2) की उपस्थिति 

(c) जल (H2O) की उपस्थिति 

(d) सूर्य का प्रकाश 

पर्णहरित या क्लोरोफिल सूर्य से विकिरण ऊर्जा को अवशोषित करते है | जिसके द्वारा CO2 एवं H2O का स्थिरीकरण का अपने भोजन कार्बोहैद्रेट का निर्माण करते है | उपोत्पाद के रूप ग्लूकोज एवं आक्सीजन प्राप्त होते है | ग्लूकोज अंतत: स्टार्च में बदल जाता है |

QN. 3. परपोषण या विषमपोशी पोषण किसे कहते है ? ये कितने प्रकार के होते है ?

उत्तर- वह पोषण जिसमे जीव अपना भोजन स्वयं संश्लेषित नहीं करते है अपितु किसी-न-किसी रूप में अन्य स्रोतों से प्राप्त करते है | परपोषण या विशमपोशी पोषण कहलाता है | परपोषण निम्नाकित चार प्रकार के होते है-

(i) प्रानिसम पोषण, (ii) मृतजीवी पोषण, (iii) परजीवी पोषण, (iv) परासरणी पोषण

QN. 4. स्वयंपोशी पोषण तथा विषमपोशी पोषण में क्या अंतर है ?

उत्तर-

स्वयंपोषी पोषण

विषमपोषी पोषण

स्वयंपोषी पोषण हरे पौधों में पाया जाता है |

विषमपोषी पोषण कीटों तथा जंतुओं में निहित है |

यह कार्बन डाईआक्साइड जल द्वारा सूर्य के प्रकाश क्लोरोफिल की पस्थिति में कार्बोहाईड्रेट का निर्माण करते है |

यह अपने भोजन के लिए पौधों तथा शाकाहारी प्राणियों पर निर्भर रहते है |

अपने भोजन के लिए स्वयंपोषी को अकार्बनिक पदार्थ की आवश्यकता रहती है |

अपने भोजन के लिए विषमपोषी को कार्बनिक पदार्थ की आवश्यकता होती है |

QN. 5. मृतजीवी पोषण क्या है ?

उत्तर- जीव मृत जंतुओं और पौधों के शरीर से अपना भोजन, अपने शरीर की सतह से, घुलित कार्बनिक पदार्थों के रूप में अवशोषित करते है | यही मृतजीवी पोषण है |मृतजीवी अपना भोजन मुख्यत: तरल अवस्था में अवशोषण द्वारा ग्रहण करते है |

QN. 6. जीवों में पोषण की अनिवार्यता की सार्थकता साबित करें |

उत्तर- जैविक प्रक्रमो के संचालक, वृद्धि, अनुरक्षण आदि कार्यों के निष्पादन हेतु जीवों की मूलभूत आवश्यकता उर्जा है | उर्जा की प्राप्ति हेतु खाद्य पदार्थों से क्रियाशील होती है | अत: जीवों में पोषण अनिवार्य है |

QN. 7. पायसीकरण क्या है ?

उत्तर- क्षारीय पित लवणों की सहायता से वसा अणुओं के विखंडन पायसीकरण कहते है | पायसीकरण वसा पर वसा को तोड़नेवाले एंजाइम आसानी से क्रियाशील होकर इसे सरल घुलनशील अणुओं में तोड़ते है |

QN. 8. पित क्या है ? मनुष्य के पाचन में इसका क्या महत्त्व है ?

उत्तर- पित यकृत ग्रंथि से स्रावित होने वाले (श्राव) द्रव्य है जो छोटी आंत में भोजन के पाचन क्रिया में मदद करता है |

मनुष्य के पाचन क्रिया में इसका निम्नलिखित महत्त्व है-

(i) पित आमाशय से गृहणी में आए अम्लीय काइम की अम्लीयता को नष्ट कर उसे क्षारीय बना देता है ताकि अग्न्याशी रस के एंजाइम उस पर क्रिया कर सके |

(ii) पित्त भोजन में वसा के बड़े कण को सूक्ष्म कण में तोड़ने में मदद करता है, ताकि लाइपेन एंजाइम उस पर क्रिया कर वसा अम्ल एवं ग्लिसराल में परिवर्तित कर सके | इस प्रकार वसा के पाचन में पित्त का महत्त्व है |

QN. 9. हमारे अमाशय में अम्ल की भूमिका क्या है ?

उत्तर- पाचक रस (आमाशय) में HCI पाया जाता है जो निष्क्रिय पेप्सिनोजेन को सक्रीय पेप्सिन नामक एंजाइम में बदल देता है | HCI भोजन के प्रोटीन पर कार्य कर उसे पेप्टोन में बदल देता है | HCI भोजन के साथ आनेवाले बैक्ट्रिया को नष्ट कर देता है | इसके अतिरिक्त गैस्ट्रिक लाइपेज एंजाइम भी पाचक रस में होता है, जो वसा के आंशिक पाचन में मदद करता है |

QN. 10. मनुष्य में कितने प्रकार के दांत होते है ? उनके नाम तथा कार्य लिखें |

उत्तर- मनुष्य में दांत चार प्रकार के होते है- कतर्नक या इन्सैजर, भेदक या कैनाइन, अग्रचवर्नक या प्रिमोलर तथा चवर्नक या मोलर |

कतर्नक को काटने वाला दांत कहते है, भेदक- चीरने या फाड़ने वाला दांत होता है | अग्रचवर्नक एवं चवर्नक को चवाने एवं पीसने वाला दांत कहा जाता है |

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