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Class 9th NCERT Geography Chapter 7 | भारत : भूमि एवं लोग | भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश | सभी प्रश्नों के उत्तर | SM Study Point

Class 9th NCERT Geography Chapter 7  भारत  भूमि एवं लोग  भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश  सभी प्रश्नों के उत्तर  SM Study Point

  II. लघु उत्तरीय प्रश्न :  

प्रश्न 1. ढाका नगर की स्थिति एवं महत्व पर प्रकाश डालें। 
उत्तर – ढाका नगर देश के लगभग बीचोबीच पद्मा नदी के तट पर अवस्थित है। इस नगर का महत्व इस बात पर निर्भर है कि यह बांग्लादेश की राजधानी है। 
प्रश्न 2. बांग्लादेश के धरातल का विवरण दीजिए ।
उत्तर - बांग्लादेश 20° उत्तरी अक्षांश तथा 27° उत्तरी अक्षांश और 85° पूर्वी देशांतर तथा 93° पूर्वी देशांतर के बीच अवस्थित है। बांग्लादेश एक डेल्टाई क्षेत्र है। मैदानी क्षेत्र की समुद्रतल से ऊँचाई कहीं भी 25 मीटर से कम ही है। डेल्टा क्षेत्र होने के कारण यहाँ का धरातल काफी उपजाऊ है। मुख्य उपज धान है।
प्रश्न 3. बांग्लादेश के आर्थिक संसाधनों का संक्षेप में वर्णन करें ।
उत्तर – बांग्लादेश का मुख्य आर्थिक आधार कृषि है। यहाँ की 80% जनता कृषि में लगी हुई है। एकल घरेलू उत्पाद का एक तिहाई भाग कृषि से प्राप्त होता है। मैग्रोव वनों में सुन्दरी वृक्ष की अधिकता से लकड़ी उद्योग विकसित है। यद्यपि यहाँ खनिजों का अभाव है फिर भी कुछ महत्व का कोयला, चूना पत्थर, नमक, काँच का बालू, लोहा तथा प्राकृतिक गैस प्राप्त होते हैं, जो अर्थव्यवस्था को मदद पहुँचाते हैं। बांग्लादेश में आधुनिक उद्योग-धंधों का कोई खास विकास नहीं हो सका है।

  III. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न :  

प्रश्न 1. बांग्लादेश का भौगोलिक वर्णन विस्तार से कीजिए । 
उत्तर – बांग्लादेश की सीमा पश्चिम, उत्तर और पूर्व की ओर भारत की सीमा से सटी हुई है। इसकी लम्बाई 4,096 किलोमीटर है। इसके पूरब में म्यांमार (बर्मा) तथा है दक्षिण में बंगाल की खाड़ी है। उत्तर में भारतीय राज्य असम और मेघालय, पूरब में त्रिपुरा तथा मिजोरम एवं पश्चिम बंगाल राज्य अवस्थित हैं। बांग्लादेश का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 1,48,393 वर्ग किलोमीटर है। यह 20° उत्तरी अक्षांश से 27° उत्तरी अक्षांश और 85° पूर्वी देशांतर से 93° पूर्वी देशांतर के बीच फैला हुआ है। बांग्लादेश एक डेल्टाई क्षेत्र है, जो विश्व की सर्वाधिक बड़ी नदियों गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियों के डेल्टा के मध्य अवस्थित है। इस देश के मैदानी भाग की ऊँचाई कहीं भी समुद्रतल से 25 मीटर से अधिक नहीं, बल्कि कम ही है। डेल्टा क्षेत्र में नदियों की ढाल कम रहने के कारण उनके प्रवाह की गति धीमी पड़ जाती है, फलतः वितरिकाओं की संख्या अधिक है। बिना नदी पार किए कहीं आना-जाना कठिन है। चूँकि वर्ग-प्रति वर्ष यहाँ बाढ़ में लाई मिट्टी की परत जमती जाती है, जिससे डेल्टा भाग काफी उपजाऊ क्षेत्र है। नदियां या वितरिकाओं द्वारा जमा की गई मिट्टी से स्थान स्थान पर टापू से बन गए हैं। वहाँ भी आने-जाने के लिए नावों का ही सहारा लेना पड़ता है। तटवर्ती क्षेत्र दलदली है। कॉक्स बाजार विश्व प्रसिद्ध 'बीच' है। भौगोलिक दृष्टि से बांग्लादेश को नौ भागों में बाँटा जा सकता है। वे भाग है- 
(i) चटगाँव तथ सिलहट की पहाड़ियाँ, 
(ii) प्राचीन जलोढ़ वेदिकाएँ, 
(iii) टिपरा धरातल, 
(iv) रेतीला जलोढ़ पंख प्रदेश, 
(v) मोरी बन्द डेल्टा, 
(vi) स्थिर डेल्टा, 
(vii) दलदलीगर्त 
(viii) गुम्फित नदीय 'ज्वार भूमि' तथा 
(ix) ज्वारीय डेल्टा पर्वतीय क्षेत्र केवल पूर्वी तथा दक्षिणी पूर्वी भाग में हैं। ये पहाड़ियाँ समुद्रतल से औसतल 200 मीटर से 300 मीटर की ऊँचाई वाली हैं।
प्रश्न 2. बांग्लादेश की कृषि का आर्थिक महत्व बताते हुए प्रमुख व्यापारिक फसलों का वर्णन करें।
उत्तर- बांग्लादेश के अर्थतंत्र की रीढ़ की हड्डी कृषि ही है। देश की लगभग 80 प्रतिशत लोग कृषि कार्य में लगे हैं। लगभग 63% भूमि पर कृषि कार्य होता है कृषि में यहाँ अन्नोत्पादन, पशुपालन, मछली पकड़ना तथा वानिकी का अधिक महत्व है। सकल घरेलू उत्पाद का लगभग एक-तिहाई योगदान कृषि का है। विदेश व्यापार में भी 50% निर्यात कृषिगत वस्तुओं का ही होता है। देश की कुल कृषि योग्य भूमि के 82% भाग में से 6% पर जूट, 4% पर गेहूँ तथा अन्य 10% भाग पर सब्जी, फल तथा अन्य नकदी फसलें बोई जाती हैं। शेष पर धान की खेती होती है। इस प्रकार हम देखते हैं कि बांग्लादेश में कृषि का इतना आर्थिक महत्व है कि उसका शब्दों में बयान करना कठिन है।
बांग्लादेश की प्रमुख व्यापारिक फसलें हैं जूट, चाय, गन्ना, तम्बाकू, फल, गेहूँ, मछली तथा खाल
(i) जूट–डेल्टाई भूमि तथा नदियों की अधिकता के कारण बांग्लादेश में प्रायः सर्वत्र जूट उपजाया जाता है। जूट से बने सामानों का तो निर्यात होता ही है, कच्चे जूट का भी निर्यात कर दिया जाता है। जूट बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था का एक मुख्य आधार है।
(ii) चाय- चटगाँव और सिलहट की पहाड़ियों की ढलानों पर चाय उपजाई जाती हैं। चाय की खेती करना अंग्रेजों ने आरम्भ किया था, जो आज भी चालू है। चाय का कुछ भाग तो देश में ही खप जाता है लेकिन शेष का यूरोपीय देशों को निर्यात कर दिया जाता है। निर्यातक बंदरगाह चटगाँव है।
(iii) गन्ना – गन्ना एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है। चीनी मिलों को गन्ना दिया जाता है, जिससे चीनी बनती है। घरेलू खपत से बची चीनी निर्यात कर दी जाती है।
(iv) तम्बाकू – तम्बाकू एक चौथी नगदी फसल है। देश में खैनी (सूरती) के रूप में इस्तेमाल होता है और बीड़ी बनती ही है। बचे तम्बाकू विदेशों को निर्यात कर दिया जाता है ।

  कुछ अन्य प्रमुख प्रश्न तथा उनके उत्तर  

प्रश्न 1. विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा कौन है और वह कहाँ है? 
उत्तर – विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा गंगा-ब्रह्मपुत्र का डेल्टा है। यह इन दोनों नदियों के मुहाने पर अवस्थित है। इस डेल्टा का कुछ भाग तो बांग्लादेश में है और कुछ भारत (पश्चिम बंगाल) में है ।
प्रश्न 2. ब्रह्मपुत्र नदी को बांग्लादेश में किस नाम से जाना जाता है ? 
उत्तर – ब्रह्मपुत्र नदी को बांग्लादेश में 'जमुना' नाम से जाना जाता है। 
प्रश्न 3. सुन्दरी नामक वृक्ष कहाँ पाया जाता है ? 
उत्तर – सुन्दरी नामक वृक्ष सुन्दरवन में पाया जाता है जो गंगा-ब्रह्मपुत्र नदियों के डेल्टा क्षेत्र में अवस्थित है ।
प्रश्न 4. मैग्रोव वन से आप क्या समझते हैं ? 
उत्तर – मैग्रोव वन उस वन को कहते हैं, जो ज्वारीय क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से उगते हैं। भारत के पश्चिम बंगाल तथा बांग्लादेश में सम्मिलित रूप से पाए जानेवाले वन मैग्रोव वन ही हैं। वहाँ इन वन को सुन्दरवन के नाम से जाना जाता है । इस वन में सुन्दरी नामक विश्व प्रसिद्ध वृक्ष मिलते हैं तथा विश्व प्रसिद्ध 'बाघ' (बंगाल टाइगर) भी इसी वन में मिलते हैं ।

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